नेमतों से सजा बनारस
नो टेंशन बस मजा बनारस
रजा बनारस रजा बनारस .
फक्कड़पन है मस्ती भी है
अव्वल आला हस्ती भी है
घाट घाट पर बिखरा जीवन
सजी हुई गिरहस्ती भी है
ऊंची फहरी ध्वजा बनारस
रजा बनारस रजा बनारस .
पढ़े पढावे रंग जमावे
बम भोले का भंग जमावे
होंगे ऊंचे महल अटारी
काशी कल्चर उन्हें चिढ़ावे
नक्कालों की कज़ा बनारस
रजा बनारस रजा बनारस .
कला संस्कृति खान पान में
चतुराई और दीन - दान में
गंगा तीरे ठाट बाट जो
नहीं कहीं और किसी शान में
कायम चौचक फ़ज़ा बनारस
रजा बनारस रजा बनारस .
- अभिनव अरुण
{080112011}
मेरा यह गीत ' दैनिक जागरण' द्वारा ' मेरा शहर मेरा' गीत प्रतियोगिता हेतु वोटिंग को चयनित श्रेष्ठ पांच गीतों में एक | अंतिम परिणाम की प्रतीक्षा |
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